संखारगढ़, मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जो अपने बौद्धकालीन अवशेषों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र भरहुत स्तूप के नजदीक स्थित है, जिसे बौद्धकालीन विश्वविद्यालय का एक महत्वपूर्ण अवशेष माना जाता है। संखारगढ़ की विशेषता इसकी सुंदरता और वास्तुकला है, जो अपने समय की महान कला और संस्कृति का प्रतीक है।
इस स्थल पर भगवान बुद्ध की कई अनमोल मूर्तियाँ और शिल्पकृतियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ शिल्पकला के उत्कृष्ट उदाहरणों को विश्व के विभिन्न देशों में भेंट किया गया है। बुद्ध की ये धरोहरें उनके विचारों, शिक्षाओं, और शांति के संदेश को दुनियाभर में प्रचारित करती हैं। यहां का हर एक अवशेष बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों का गवाह है और बुद्ध की आध्यात्मिक यात्रा को चित्रित करता है।
संखारगढ़ में मौजूद ये बौद्धकालीन धरोहरें न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का भी अभिन्न हिस्सा हैं।